दीवाने जिंदगी तुम बहुत ख़ास हो,, मुहब्बत की दुनियां की तुम मुमताज़ हो, दीवाने जिंदगी तुम बहुत ख़ास हो,, मुहब्बत की दुनियां की तुम मुमताज़ हो,
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
कितना महफ़ूज़ है उनका जीवन, जिन पे माँ के साये साथ होते हैं। कितना महफ़ूज़ है उनका जीवन, जिन पे माँ के साये साथ होते हैं।
जब भी आती तसव्वुर में मेरे सनम बढ़ती जाती ह्रदय में मिलन प्यास है जब भी आती तसव्वुर में मेरे सनम बढ़ती जाती ह्रदय में मिलन प्यास है
अपनी मंजिल की ओर खुद चल देता हूँ, रास्ता खुद बनाता हूँ ! अपनी मंजिल की ओर खुद चल देता हूँ, रास्ता खुद बनाता हूँ !
आने पर खिलखिलाना सब बातें हैं मेरे लिए खास। आने पर खिलखिलाना सब बातें हैं मेरे लिए खास।